Transgender News: किन्नर अनुसूचित जाति का फ़र्ज़ी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर लोगों के साथ कर रहा है स्कैम

Transgender News: Complaint received about fake caste certificate made for transgender in Saharanpur, Devika Devendra S Mangalmukhi

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Transgender News: जिला सहारनपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जो एक किन्नर समाज से निवास करने वाले एक किन्नार ने गलत तरीके से प्रशाशन को धोखा देकर चुपके से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया है,

सहारनपुर निवासी याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम, निवासी नंद वाटिका कॉलोनी, गालिरा रोड सहारनपुर ने नियमों का उल्लंघन करते हुए धोखाधड़ी के माध्यम से दो प्रमाण पत्र बनवाए हैं। इनमें से एक अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र है और दूसरा जिलाधिकारी द्वारा जारी ट्रांसजेंडर पहचान पत्र है।

जबकि भारत सरकार या किसी भी राज्य सरकार के द्वारा किसी भी किन्नर समुदाय के किसी भी सदस्य को सामान्य जाति प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जाता है, जबकि यदि कोई भी ऐसा व्यक्ति जो किसी भी किन्नर समुदाय से निवास करता है, तो उसे सामान्य जाति प्रमाणपत्र की जगह SEBC (Socially and Economically Backward Classes) जाति प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता हैं,

SEBC क्या है और इसमें कौन कौन से लोग इसे बनवा सकते हैं

एसईबीसी का तात्पर्य सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों से है । यह भारत में लोगों की एक श्रेणी है जिन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित माना जाता है। भारत सरकार इस शब्द का प्रयोग उन लोगों की पहचान करने के लिए करती है जो कुछ लाभों और विशेषाधिकारों के लिए पात्र हैं।

एसईबीसी दर्जे के क्या लाभ हैं?   

  1. सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (एसईबीसी) का दर्जा लोगों को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के लिए पात्र बना सकता है
  2. सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (एसईबीसी) का दर्जा लोगों को कुछ विशेष लाभ और विशेषाधिकारों के लिए पात्र बना सकता है

एसईबीसी श्रेणी में कौन शामिल है?   

  • वे लोग जिन्हें सरकार पिछड़ा मानती है
  • वे लोग जो पिछड़ी मानी जाने वाली जातियों से संबंधित हैं
  • वे लोग जो अनुसूचित जाति (एससी) या अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्गीकरण के अंतर्गत आते हैं
याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम कैसे फ़र्ज़ी जाति प्रमाणपत्र बनवा कैसे प्रशासन को धोखा दिया

सहारनपुर निवासी याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम, निवासी नंद वाटिका कॉलोनी, गालिरा रोड सहारनपुर ने नियमों का उल्लंघन करते हुए धोखाधड़ी के माध्यम से दो प्रमाण पत्र बनवाए हैं। इनमें से एक अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र है और दूसरा जिलाधिकारी द्वारा जारी ट्रांसजेंडर पहचान पत्र है।

समस्या का सारांश:

    • NALSA बनाम भारत सरकार 2014 के ऐतिहासिक निर्णय के अनुसार ट्रांसजेंडर समुदाय को केवल विशेष पिछड़ा वर्ग (SEBC) के तहत रखा गया है।
    • ट्रांसजेंडर समुदाय को जातिगत आरक्षण नहीं दिया जाता, बल्कि केवल OBC श्रेणी का आरक्षण प्रदान किया जाता है।
    • याशिका ने गलत तरीके से फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवाया है, जो कि कानून का स्पष्ट उल्लंघन है।
    • इससे न केवल सरकारी व्यवस्था को नुकसान हो रहा है, बल्कि ट्रांसजेंडर समुदाय की छवि भी प्रभावित हो रही है।

कैसे होता है, फ़र्ज़ी प्रमाणपत्र बनवाने का स्कैम

याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम, निवासी नंद वाटिका कॉलोनी, गालिरा रोड सहारनपुर के द्वारा फ़र्ज़ी प्रमाणपत्र बनाने जैसे स्कैम को कैसे किया जाता है और कैसे सरकारी तत्र को धोखा दिया जाता है,

हमें सूचना करता ने बताया की आशीष कुमार उर्फ़ यशिका ने कैसे ये फ़र्ज़ी जाति प्रमाणपत्र कैसे बनवाया और कैसे इस तरह के स्कैम को अंजाम दिया, जैसे की हम जानते हैं की आज कल सभी सरकारी प्रमाण पत्र ऑनलाइन किसी भी जनसेवा केंद्र के द्वारा जाकर जारी करवाए जाते हैं, ऐसे ही आशीष कुमार उर्फ़ यशिका के द्वारा आधी अधूरी सुचना देकर आशीष कुमार उर्फ़ यशिका ने अपना जाती प्रमाणपत्र बनवाया गया होगा, जबकि अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र आधी अधूरी सुचना देकर बनवाया है,
और यदि ऐसा कोई भी जाती प्रमाणपत्र जारी किया जाता है तो ऐसे प्रमाणपत्र को निरस्त कर दिया जाता है, क्यूंकि अभी तक का जो नियम कहता है वह किसी भी विशिष्ट जाती प्रमाणपत्र निर्गत नहीं किया जाता है, जबकि ऐसे किसी भी नागरिक को सरकारी लाभ हेतु एक विशिष्ट प्रमाण पात्र निर्गत किया जाता है उसे SEBC (सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग) का प्रमाण पत्र जारी किया जाता है

सुचना कर्ता के द्वारा दी गयी जानकारी आप यहाँ पर देख सकते हैं

हमें सुचना करता ने बताया याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम, निवासी नंद वाटिका कॉलोनी, गालिरा रोड सहारनपुर ने फ़र्ज़ी अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा कर लोगो के साथ गलत तरीके से इस्तेमाल भी किया जा रहा है, और प्रशासन भी धोखा दिया गया हैं,

सूचना कर्ता ने प्रशासन से अपील की है, की याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम, निवासी नंद वाटिका कॉलोनी, गालिरा रोड सहारनपुर के द्वारा जो भी जाति प्रमाणपत्र को निरस्त कर दिया जाये और याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम, निवासी नंद वाटिका कॉलोनी, गालिरा रोड सहारनपुर को जो जिस तरह का प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता है वह प्रमाणपत्र निरस्त करके वह प्रमाणपत्र जारी कियता जाना चाहिए

सुचना कर्ता ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि याशिका उर्फ आशीष कुमार, पिता श्री मांगीराम, निवासी नंद वाटिका कॉलोनी, गालिरा रोड सहारनपुर को इस प्रकार फ़र्ज़ी जाती प्रमाणपत्र और उसके द्वारा प्रशासन को आधी अधूरी जानकारी देकर धोखा देकर बनवाये प्रमाणपत्र और जिसने इस प्रमाणपात्र को जारी करने में मदद की उसके विरुद्ध उचित कार्यवाही होनी चाहिए

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